Friday, 26 January 2018

Ajadi

       आजादी ,"""""""""""""""""""""''' आज  देश          गणतंत्र दिवस माना रहा  है   क्या  सच में हमें आजादी मिली ? आज के दिन हमारा अपना कानून लागु  हुआ? .क्या संविधान में लिखित  समानता का अधिकार  हमें मिला ?  . भेंद भाव पूर्ण रूप से  व्यस्था लागु है. जबकि  संविधान में  लिखित  कानून अधिकार  के अनुसार  जाती -- संम्प्रदाय के आधार पर देश में नागरिको  के   साथ भेंद भाव  नहीं करना है . शिक्षा का अधिकार .रोजगार का अधिकार  क्या हमे मिला है ?  हम देश आवर नेताओं से पूछना  चाहता हूँ . कब तक  देश को जाती  राजनीती में बांटकर  आम जनता को मुर्ख बनाते रहोगे .मान्य  वर .सच्चाई यह है की हमे आज भी आर्थिक आजादी नहीं  मिली  है .  मजदूरों  का  शोषण किया जाता है आज दुकानों  होटल  निजी प्रतिष्ठानों  में ३ हजार से ५ हजार मासिक वेतन पर १२ घंटा काम कराया जाता है . नहीं मजदूरी  नियम का पालन होता आवर नहीं  कार्य में समय निश्चित  किया गया है. अमीर आवर अमीर होते जा रहे है .आवर गरीब आवर गरीब होते  जा रहे है . आप कहते हमे  आजादी मिली  है' अपना कानून लागु हुआ . किस संविधान की बात करते है ? जो जाती में आधार  भेंद भाव करता है .80 अंक लेन वाले सड़क पर मूंगफली बेच  रहे है .आवर ४० अंक लाने वाला कानून चलाता है.  ९० अंक लाने वाला चपरासी बनता है आवर ६० अंक वाला डॉक्टर  बनता है आरक्षण  एक   ऐसा  कीड़ा है जो दीमक  की तरह देश को खत्म कर रहा है .इसे कहते है आजादी  .अपना कानून . मान्य वर .हमें  पुनः आजादी में  लिए लड़ना होगा पुनः अपना कानून बनाना होगा .आज जो लोग आरक्षण का लाभ ले रहे है उनके पूर्वज  आजादी की लड़ाई  नहीं लड़े. खुद उनका नेता भीम राव अम्बेडकर अंग्रेजो में साथ थे .ये कमी   हमारे चंद्रशेखर आजाद .भगत सिंह जैसे वीरों के  भावी पीढ़ी का दोष था .हमारे पूर्वजो का दोष था की इतनी कुर्वनिया देने में बाद सो गये .अगर. उस समय  ध्यान दिए होते , आज उनके  वर्त्तमान  पीढ़ी  सड़क पर नहीं होती . हमें आरक्षण जैसे कलंक  को हटाना होगा . गरीब  अमीर की बढ़ती खाई को पाटना होगा .तब हमें  आर्थिक आजादी मिलेगी .तब हम हो रहे जाती के आधार पर  भेद भाव को रोक पाएंगे. भारत एक ऐसा  देश है जंहा मेधा का महत्व नहीं दिया जाता है .हारे हुए  लोगो को  आगे किया जाता है आवर  जीते  हुए लोग को पीछे  रखा जाता है . नेता वोट की राजनीती में लिए  आरक्षण का समर्थन  कर  देश को मेधा  वान हीन बना रहे है. हमे पुनः पूर्वजो की तरह खून बहाना होगा . लड़ाई लड़नी होगी.कुर्वानी  देनी होगी ताकि आने वाला पीढ़ी तुम्हे ये ना कहे की तुम सो रहे थे . मेरे भाइयो  उठो जागो आवर आर्थिक आजादी के लिए .आरक्षण मुक्त मेधावान भारत बनाने में लिए .हमे लड़ना होगा  जरूरत पड़ने पर हथियार उठाना होगा .तुम शेर पुत्र हो. आज भी चन्द्रशेखर  .भगत सिंह का खून तेरे रगो में बीरता का  खून  दौर रहा है . हम तब  तक  अपने को आजाद नहीं मानेगे  जब तक हमें आर्थिक आजादी आवर आरक्षण मुक्त भारत नहीं बनता है .पृथ्वी राज .महाराणा प्रताप .चन्द्रशेखर  आजाद . डॉ. राजेंद्र प्रसाद  ,भामा साह.  के  वंश  में लोगो  आगे बढ़ो इस संविधान का विरोध करो जो हमे .जाती  में बाटती है .जो हमारी आगे बढ़ने में रुकावट बनी  है .याद रखो देश में सेना में बाद कोई ईमानदार  देश भक्त नहीं है .न्यापालिका भी हमारी विरोध करती है .बिहार में लालू .नितीश .मायावती  विश्वनाथप्रताप सिंह . आवर भीम राव अम्बेडकर ये ऐसे लोग है  इनकी निति ही जाती आधारित है .ये देश भक्त नहीं हो सकते . इनका विरोध करो .अब अंत में इतना कहना चाहुगा  तुम मेरा साथ दो . हम तुम्हें आजादी देंगे.बाबा उमेशानंद जी महाराज 8840665270. 

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